महिला स्वयं सहायता समूहों को मिलेगा ड्रोन, कैबीनेट ने दी मंजूरी, 15000 चयनित समूहों को मिलेगा तोहफा  

Ashiya Anjum

महिला स्वयं सहायता समूहों को मिलेगा ड्रोन, कैबीनेट ने दी मंजूरी, 15000 चयनित समूहों को मिलेगा तोहफा  

महिला स्वयं सहायता समूहों को मिलेगा ड्रोन, कैबीनेट ने दी मंजूरी, 15000 चयनित समूहों को मिलेगा तोहफा :दोस्तों! आप सभी को बताने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में! 29 नवंबर 2023 को केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों की बैठक की गई! जिसके भीतर केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वर्ष 2024 25 से वर्ष 2025 26 की अवधि के लिए! 1,261 करोड रुपए के परिवेश के साथ में महिला स्वयं सहायता समूह को ड्रोन उपलब्ध करवाने के लिए! केंद्रीय क्षेत्र की योजना को मंजूरी दी गयी! इस योजना के भीतर केंद्र सरकार आने वाले! 4 सालों 2023 24 से 2025 26 में 15000! स्वयं सहायता! समूह की महिलाओं को ड्रोन उपलब्ध करवाएगी! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विजन के अनुरूप यह योजना को! सशक्त बनाने और कृषि में ड्रोन सेवाओं के माध्यम से नहीं प्रौद्योगिकी नियम लाने का प्रयत्न करती है!

The government will provide assistance up to Rs 8 lakh for agri-drones

ड्रोन की खरीद के लिए महिला स्वयं सहायता समूह को ड्रोन की लागत का 80% और अधिकतम 8 लाख रुपए तक के सहायक उपकरण सहायक शुल्क प्रदान किए जाएंगे! साथ ही  ज्यादा समूह का क्लस्टर लेवल फेडरेशन सीएफ राष्ट्रीय कृषि एवं संरचना वित्त पोषण सुविधा के भीतर रन के रूप में शेष राशि सब्सिडी को छोड़कर के खरीद के कुल लागत जुटा सकता है! सहायता तीन प्रतिशत प्रदान की जाएगी!

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One SHG member will be given 15 days training

दोस्तों बता दें कि स्वयं सहायता समूह के एक सदस्य को एस आर एल एम और एलएफसी  द्वारा 15 दिवसीय प्रशिक्षण के लिए चुना जाएगा! जिसके भीतर पांच दिवसीय अनिवार्य ड्रोन पायलट प्रशिक्षण और कृषि उद्योगों के लिए पोषक तत्व और कीटनाशक के लिए अतिरिक्त 10 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा! कि इस योजना के भीतर अनुमोदित पहला 15000 स्वयं सहायता समूह को स्थाई व्यापार और आजीविका सहायता प्रदान करेगी! और वह प्रतिवर्ष कम से कम ₹100000 की अतिरिक्त आयोजित करने में सक्षम होंगे इस योजना के भीतर किसानों के लाभ के लिए बेहतर दक्षता फसल उपज बढ़ाने और संचालन के लागत को कम करने के लिए कृषि में उन्नत प्रौद्योगिकी को शामिल करने में सहायता करेगी!

About the author

Pratiksha Yadav, a prolific author, delves into the realm of CSCs, dissecting their role in delivering government services to rural India. Through insightful analyses, she evaluates the efficacy of various government schemes, advocating for transparency and citizen-centric approaches. Pratiksha's writings serve as a beacon, advocating for inclusive development and digital empowerment in marginalized communities.

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